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जबलपुर बैंक डकैती कांड में चार आरोपी गिरफ्तार

प्रकाशित: 18 अगस्त 2025 • Vikas Kiran News जबलपुर। इस महीने की शुरुआत में खितौला इलाके के ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई करीब 15 करोड़ रुपये की डकैती के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से नकदी, हथियार और वाहन बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रहीस लोधी, सोनू बर्मन, हेमराज और विकास चक्रवर्ती के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से 1.83 लाख रुपये नकद , एक देसी पिस्तौल , चार जिंदा कारतूस , दो मोटरसाइकिल और चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं। वारदात कैसे हुई यह डकैती 11 अगस्त को हुई थी, जब पाँच नकाबपोश बदमाशों ने बैंक में धावा बोला और कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर धमकाकर लॉकर खुलवाया। गिरोह करीब 14.87 किलो सोना और 5.08 लाख रुपये नकद लेकर फरार हो गया था। पूरी घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई थी। पुलिस जांच और बरामदगी पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी इंद्राना गांव के एक किराए के कमरे में छिपे हुए थे। वे फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर खुद को ...

कपिल सिब्बल का बड़ा बयान — उपराष्ट्रपति लापता?

कपिल सिब्बल का बड़ा बयान — उपराष्ट्रपति लापता? नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने ANI से बातचीत में कहा कि "उपराष्ट्रपति लापता हैं", जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कपिल सिब्बल ने क्या कहा? ANI को दिए इंटरव्यू में कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया कि आखिर उपराष्ट्रपति कहां हैं और वे मौजूदा घटनाओं पर क्यों चुप हैं। हालांकि उन्होंने किसी हादसे या अनहोनी का सीधा ज़िक्र नहीं किया, लेकिन उनके शब्दों से गंभीर चिंता झलक रही थी। सोशल मीडिया पर वायरल यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। ट्विटर (X) पर #VicePresidentMissing और #KapilSibal जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई यूज़र्स ने मज़ाकिया मीम्स भी बनाए, जबकि कुछ ने इसे गंभीर राजनीतिक संकेत बताया। सरकार की तरफ़ से प्रतिक्रिया? अभी तक सरकार या उपराष्ट्रपति कार्यालय की तरफ़ से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। निष्कर्ष कपिल सिब्बल के इस बयान ने राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। अब देखना होगा कि उपराष्...

"राहुल गांधी ने खोली वोट चोरी की पोल – एक व्यंग्यात्मक रिपोर्ट"

जब कुर्सी के नीचे से ढोल निकला और पोल खुल गई! ✍️ नाथपंथी जी की आंखों देखी, दिमाग की जली और जमीर की गूंज सियासत की गलियों में आज फिर कुछ ऐसा हुआ कि लोकतंत्र ने आंख मटकाई और कहा, "कहो अब? किसका नकली वोट कहां से निकला?" जी हां, आज राहुल गांधी जी ने वो कर दिखाया जो कई मीडिया चैनल वाले TRP के चक्कर में भूल गए थे — Election Commission की कुर्सी के नीचे रखा ढोल निकालकर बजा डाला! और जैसे ही ढोल बजा — पोल खुल गई। 📜 फैक्ट दर फैक्ट, पोल खोल तमाशा शुरू! राहुल जी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए, और आते ही जंतर-मंतर की हवा बदल गई। उनके पास सिर्फ माइक नहीं था, बल्कि लोकतंत्र की चुप्पी को तोड़ने वाला डेटा बम था। 📊 ये आंकड़े नहीं, लोकतंत्र की हत्या की चार्जशीट हैं: 100,250 वोट चोरी: लोकतंत्र की चप्पलें चोरी हो गईं! डुप्लीकेट वोटर: 11,965 (नाम वही, शक्ल वही, हर बूथ पर मौजूद) फर्जी वोटर: 40,000 (वोट नहीं, वोटिंग के भूत!) बुक वोटर: 10,452 (एक कमरे में 80-80 वोटर!) बिना फोटो वाले कार्ड: 4,132 (मतलब दिखाई...

एमपी में एक साथ 177 अधिकारियों को हटाया गया, मची खलबली!

📰 एमपी में एक साथ 177 अधिकारियों को हटाया गया, मची अफरातफरी! भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रशासनिक गलियारों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सरकार ने एक ही झटके में 177 अधिकारियों का तबादला कर डाला। इस अचानक हुई बड़ी प्रशासनिक सर्जरी से न केवल अफसरशाही में हलचल है, बल्कि राजनैतिक गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। 🔁 तबादलों की बुलेट लिस्ट: 70 अपर कलेक्टर 107 राज्य प्रशासनिक सेवा के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर व अन्य अधिकारी कुल मिलाकर, प्रदेश के 177 अधिकारियों को उनके वर्तमान पदों से हटाकर नई जिम्मेदारियों में भेजा गया है। 🗂 किसने जारी किए आदेश? यह आदेश सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) की ओर से सोमवार देर रात को जारी किया गया। 107 अधिकारियों की सूची उप सचिव ब्रजेश सक्सेना द्वारा जारी की गई है। 70 अधिकारियों की सूची अवर सचिव एस.के. सेंद्रे ने जारी की है। इस लिस्ट में प्रदेश के कई संयुक्त कलेक्टर , अपर कलेक्टर और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं, जिनका कार्यक्षेत्र अ...

शिबू सोरेन का निधन, शिबू सोरेन का इतिहास, Shibu Soren dies, history of Shibu Soren,

झारखंड की आत्मा को श्रद्धांजलि:  झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक, शिबू सोरेन जी के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। "गुरुजी" के नाम से मशहूर शिबू सोरेन ने आदिवासी समाज के हक़ और अधिकारों के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनका जाना सिर्फ एक नेता की विदाई नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। 🌿 प्रारंभिक जीवन और संघर्ष शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी 1944 को झारखंड के दुमका ज़िले के नेमरा गांव में हुआ था। बचपन में ही उनके पिता की हत्या जमींदारों द्वारा कर दी गई थी, जिसने उनके अंदर अन्याय के विरुद्ध आग भर दी। ✊ आदिवासी अधिकारों की लड़ाई 1970 के दशक में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना की और ज़मीन हड़पने वालों, उद्योगपतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनआंदोलन छेड़ दिया। 🏛️ राजनीतिक जीवन 1980 में पहली बार लोकसभा पहुंचे। 2005, 2008 और 2009 में झारखंड के मुख्यमंत्री बने। यूपीए सरकार में कोयला मंत्री भी रहे। 🕊️ ...

ट्रंप की टैरिफ नीति: दोस्ती महंगी, दुश्मनी सस्ती!

ट्रंप का टैक्सीला फार्मूला: "रूस से दोस्ती? तो भुगतो पेनल्टी!" ✍️ युनुस खान जी की कलम से एक अगस्त से अमेरिका ने भारत पर 25% टैरिफ़ लगा दिया है। वजह? भारत ने रूस से तेल और हथियार क्यों खरीदे! अब अगर ये तर्क है, तो कल को ट्रंप ये भी कह सकते हैं कि भारत ने दही भल्ला पाकिस्तान से लिया तो उस पर भी एक्स्ट्रा टैक्स और पेनाल्टी दो। 🎯 ट्रंप की टैरिफ नीति: दोस्ती महंगी, दुश्मनी सस्ती! ट्रंप साहब बोले — "भारत रूस से खरीदारी करता है, जिससे रूस यूक्रेन पर हमला जारी रखता है।" 🌍 भारत का तेल व्यापार: पेट्रोल में मिलावट नहीं, चालाकी है! भारत रूस से सस्ता तेल खरीदता है, फिर उसे नायरा और रिलायंस की रिफाइनरियों में शुद्ध करके यूरोपियन देशों को बेच देता है — वो भी उनकी लागत से सस्ता। अब यूरोप बोले — "तुम रूस से खरीद कर हमें बेच रहे हो? ये तो पेट्रोल नहीं, पेट्रोल-पॉलिटिक्स है! " नायरा में रूस की 49% हिस्सेदारी होने के कारण यूरोप ने इन दोनों कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने ...

"पहलगाम में पटाखा फूटा या बयानबाज़ी की बारूद?"

🐍 नाथपंथी जी का राष्ट्रवादी रडार: "पहलगाम में पटाखा फूटा या बयानबाज़ी की बारूद?" लेखक:  युनुस खान जी तो भइया, जैसे ही संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गरमागरम बहस शुरू होने को थी, वैसे ही एक अनुभवी राजनेता पी. चिदंबरम जी ने एक इंटरव्यू में अपने राजनीतिक गालों से कुछ बम फोड़े — और वो भी ऐसे कि पहलगाम का हमला पीछे छूट गया, बयानबाज़ी आगे निकल आई। “क्या वाकई पाकिस्तान से आए थे आतंकी?” “क्या कोई सबूत है?” “घरेलू आतंकी भी हो सकते हैं न?” मतलब साफ़ है — जैसे कोई घर में चोर घुस आए और दादी कहें, "हो सकता है हमारा ही बेटा नींद में उठकर सोने के जेवर पहन रहा हो।" भाईसाहब! इस बयान से बीजेपी वालों का ब्लड प्रेशर सीधा संसद की छत तक चढ़ गया। शहजाद पूनावाला बोले: “कांग्रेस को तो जैसे पाकिस्तान से मोहब्बत है और अपने ही देश पर शक।” अमित मालवीय बोले: “ये बयान नहीं, पाकिस्तान को ‘क्लीन चिट सर्टिफिकेट’ है!” अब ज़रा सोचिए, पाकिस्तान में मिठाइ...