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"पहलगाम में पटाखा फूटा या बयानबाज़ी की बारूद?"

🐍 नाथपंथी जी का राष्ट्रवादी रडार: "पहलगाम में पटाखा फूटा या बयानबाज़ी की बारूद?" लेखक:  युनुस खान जी तो भइया, जैसे ही संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गरमागरम बहस शुरू होने को थी, वैसे ही एक अनुभवी राजनेता पी. चिदंबरम जी ने एक इंटरव्यू में अपने राजनीतिक गालों से कुछ बम फोड़े — और वो भी ऐसे कि पहलगाम का हमला पीछे छूट गया, बयानबाज़ी आगे निकल आई। “क्या वाकई पाकिस्तान से आए थे आतंकी?” “क्या कोई सबूत है?” “घरेलू आतंकी भी हो सकते हैं न?” मतलब साफ़ है — जैसे कोई घर में चोर घुस आए और दादी कहें, "हो सकता है हमारा ही बेटा नींद में उठकर सोने के जेवर पहन रहा हो।" भाईसाहब! इस बयान से बीजेपी वालों का ब्लड प्रेशर सीधा संसद की छत तक चढ़ गया। शहजाद पूनावाला बोले: “कांग्रेस को तो जैसे पाकिस्तान से मोहब्बत है और अपने ही देश पर शक।” अमित मालवीय बोले: “ये बयान नहीं, पाकिस्तान को ‘क्लीन चिट सर्टिफिकेट’ है!” अब ज़रा सोचिए, पाकिस्तान में मिठाइ...

भारत के उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा: सियासी भूकंप या शांत तूफान?

  🧨 भारत के उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा: सियासी भूकंप या शांत तूफान? 22 जुलाई 2025 की सुबह  देश की राजनीति में अचानक भूचाल आ गया। भारत के उपराष्ट्रपति  श्री जगदीप धनखड़  ने अपने पद से  तुरंत प्रभाव से इस्तीफा  दे दिया। राष्ट्रपति भवन से जारी एक संक्षिप्त बयान में सिर्फ इतना कहा गया: "व्यक्तिगत कारणों से श्री धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है।" लेकिन सवाल ये उठता है – क्या ये केवल "व्यक्तिगत कारण" हैं? या फिर पर्दे के पीछे कुछ और ही कहानी चल रही है? 🔥 ट्विटर पर छिड़ी जंग! @politicsdecoded “धनखड़ जी का इस्तीफा अचानक नहीं है, बल्कि एक सुनियोजित संकेत है… दिल्ली की दीवारें कुछ और कह रही हैं!” @RightWingRebel “#धनखड़ का इस्तीफा – कहीं NDA 2029 की तैयारी तो नहीं? क्या मोदी जी ने संकेत दे दिया?” @BharatLeaks “सूत्रों के हवाले से – धनखड़जी पिछले 6 महीनों से नाराज चल रहे थे। PMO से दूरी बढ़ती जा रही थी।” @ChaiPeCharcha “अब तो साफ है! कुछ बड़ा पक रहा है दिल्ली की रसोई में। और ये सिर्फ़ शुरुआत है।” 🧐 पर्दे के पीछे की 5 बड़...

अनिल अंबानी पर ईडी का धावा: 'यस बैंक' से 'नो लॉजिक' तक की कहानी!

  🕵️‍♂️ अनिल अंबानी पर ईडी का धावा: 'यस बैंक' से 'नो लॉजिक' तक की कहानी! 📅 24 जुलाई 2025 | ✍️ युनुस खान “धन तो सब कमाते हैं, लेकिन अनिल भाई ने जैसे Excel शीट में 'कंट्रोल+C, कंट्रोल+V' करके पूरा सिस्टम ही हैंग कर दिया!” गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिलायंस अनिल अंबानी समूह (RAAGA) की कंपनियों के 35 से अधिक परिसरों पर छापा मारा। ईडी को शक है कि यस बैंक से भारी मात्रा में लोन लेकर उसका गलत उपयोग किया गया। 💰 3,000 करोड़ का "कागज़ी प्रेम" ईडी की जांच के मुताबिक 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से 3,000 करोड़ रुपये के कर्ज ऐसे बांटे गए जैसे शादी में लड्डू — बिना जाँच, बिना दस्तावेज। फिर वो पैसा शेल कंपनियों में घुमा दिया गया। 👉 "आज लीजिए, कल चुकाइए... या फिर कभी नहीं!" 📄 पेपरों की बाज़ीगरी और SEBI की कड़वी गोली सेबी ने पाया कि कर्ज के लिए दस्तावेजों में गड़बड़ी है, कंपनियों के पते एक जैसे हैं, डायरेक्टर्स वही हैं, और पैसा आगे घुमा दिया गया। इसी वजह से अनिल अंबानी समेत 25 लोगों को शेयर बाज़ार से 5 साल के लिए बैन किया गया और 625 करोड़ रुपये ...

🚩 बिहार चुनाव 2025: सियासत का महाभारत – तेजस्वी बनाम PK, नीतीश की चालें और भगवा रंग की भूख!

  बिहार चुनाव 2025: सियासत का महाभारत – तेजस्वी बनाम PK, नीतीश की चालें और भगवा रंग की भूख! बिहार की राजनीति  कभी सीधी नहीं रही… और 2025 में तो यह पूरी तरह  Political Mahabharat  बन चुकी है। इस बार मैदान में हैं: ✅ तेजस्वी यादव – युवाओं के भरोसे, लालू की विरासत पर सवार ✅ प्रशांत किशोर – जन सुराज यात्रा के बाद अब सीधी सियासत में पूरी ताकत ✅ नीतीश कुमार – उम्रदराज मगर चालबाज़ मुख्यमंत्री ✅ BJP – पूरी ताकत से सत्ता में वापसी की कोशिश 🔥 तेजस्वी बनाम प्रशांत किशोर तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा और PK ने अपनी जन सुराज यात्रा से ज़मीन मजबूत की। “अबकी बार, रोजगार अधिकार! NDA सरकार को युवाओं ने नकार!” – @TejaswiYadav “बिहार को अब जाति नहीं, नीति चाहिए। और वो नीति जन सुराज देगा!” – @PK4Bihar 🎭 नीतीश कुमार की राजनीति नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा? जनता अब उन्हें “राजनीतिक पेंडुलम” कह रही है। “नीतीश कुमार की राजनीति वो GPS है जो हर 6 महीने में रूट बदल देता है!” – @PoliticalSatire 🧨 बीजेपी का एजेंडा भाजपा “मोदी फॉर बिहार” के नारे के साथ मैदान में है, ...

UPI वालों को GST का झटका! सब्ज़ी बेचने वाले को 29 लाख का नोटिस — डिजिटल इंडिया या टैक्स का फंदा?

    "डिजिटल इंडिया बोले तो... मोबाइल से पेमेंट करो, और फिर टैक्स की पेंच में फंसो!" देशभर के छोटे व्यापारियों — पानवाले, ठेले वाले, सब्ज़ी वाले — के व्हाट्सऐप ग्रुप्स में हलचल है। वजह?   UPI पेमेंट पर अचानक से GST नोटिस।   सब्ज़ी बेचने वाले को   29 लाख रुपये का टैक्स नोटिस   मिल गया क्योंकि उसने सालभर में   20 लाख से ज़्यादा का UPI ट्रांजैक्शन   कर लिया। जी हां, मोबाइल से पैसे लेना आजकल महंगा पड़ रहा है! 🍅  टमाटर बेचो या ट्रैक्टर, सरकार कहे – पहले टैक्स भरो! कई दुकानदार हैरान हैं — “अरे भैया, हमने तो सिर्फ फोन से पेमेंट लिया, ये GST कहां से आ गया? ” सरकार का जवाब साफ़ है – > “भाई, 20 लाख से ऊपर का टर्नओवर? तो GST रजिस्ट्रेशन जरूरी है।” पर सवाल यह है – क्या हर UPI ट्रांजैक्शन व्यापार से जुड़ा होता है? बेटे ने पापा को Google Pay किया, उसका भी स्क्रीनशॉट जमा करें क्या? 🔁 नकद की तरफ़ वापसी शुरू? SBI ने चेतावनी दी है — अगर ऐसे नोटिसों की बाढ़ आई, तो छोटे व्यापारी UPI छोड़कर फिर से नकद लेनदेन की ओर लौटेंगे। मतलब? डिजिटल इंडिया क...

“Mission उपराष्ट्रपति: Modi Team की अगली पर्ची

  🌀 धनखड़ जी का इस्तीफा और नया उपराष्ट्रपति – सस्पेंस, साजिश और सियासत की कॉमेडी! 🎭 विकास किरण स्पेशल रिपोर्ट राजनीति में कब कौन आउट हो जाए और कौन अचानक इन कर दिया जाए, इसका कोई भरोसा नहीं! और अब तो सियासत की इस पिच पर एक नया मैच शुरू होने जा रहा है –  उपराष्ट्रपति का चुनाव!  🗳️ जी हाँ,  जगदीप धनखड़ जी  ने अपनी कुर्सी छोड़ दी है। अब ये कुर्सी खाली हुई है, तो नई कुर्सी पाने वालों की लाइन लग गई है। लेकिन कौन होगा वो भाग्यशाली? कौन बनेगा उपराष्ट्रपति? और सबसे बड़ा सवाल – क्यों छोड़ी धनखड़ जी ने अपनी  VIP सीट ? 🎬 सीन 1: कुर्सी खाली, निगाहें टेढ़ी सूत्रों की मानें तो भाजपा का संसदीय बोर्ड ही तय करेगा नया नाम। लेकिन  मोदी जी  अभी विदेश यात्रा पर हैं, तो बैठक भी अब टल गई है। यानी जब तक मोदी जी वापसी नहीं करते, कुर्सी पर 'आराम कुर्सी' ही बैठी रहेगी! 🕵️‍♂️ सीन 2: सस्पेंस शुरू – NDA के वफादार की तलाश भाजपा कह रही है कि अगला उम्मीदवार "पूरी निष्ठा वाला" होना चाहिए। अब बताओ, निष्ठा की जांच का कोई RT-PCR टेस्ट होता है क्या? 😄 सूत्र फुसफुसा रहे हैं कि...

कंगना रनौत का ‘7-8 दिन वर्किंग’ सांसद प्लान: राजनीति में भी एक्टिंग के स्क्रिप्ट?

  लेखक: युनुस खान विकास किरण न्यूज़ डेस्क  स्थान: मंडी/मुंबई/मंच के बीच कहीं 🗳️  संसद में एंट्री और स्क्रिप्ट का टर्निंग पॉइंट कभी "क्वीन" तो कभी "झांसी की रानी" बनकर रुपहले पर्दे पर राज करने वाली कंगना रनौत ने अब लोकसभा के रंगमंच पर कदम रखा है। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी सांसद बनीं कंगना जी ने हाल ही में एक ऐसा बयान दे दिया जिससे न केवल सोशल मीडिया बल्कि लोकसभा की कैंटीन तक में चाय में उबाल आ गया। > 🗣️ “मुझे बीजेपी ने कहा था कि महीने में केवल 7-8 दिन ही वर्किंग होते हैं।” – कंगना रनौत, सांसद और संजीदा सिने कलाकार 🎬  राजनीति में टाइमटेबल भी फुल ड्रामा? सुनकर लगता है जैसे संसद कोई वर्क फ्रॉम होम वाला Netflix प्रोजेक्ट है, जिसमें महीने में एक हफ्ता काम और बाकी दिन ‘मुक्त चिंतन’ के लिए छुट्टी! ट्विटर पर कुछ ने इसे "संसद-फ्लेक्स" बताया तो कुछ ने कहा – "कंगना जी, यह शो शूटिंग नहीं, संविधान की सीरियस स्क्रिप्ट है!" --- 😂  जनता बोली – ‘अगर 7 दिन काम करना होता, तो हम भी सांसद होते!’ कई बेरोजगार युवाओं ने तो मज़ाक में आवेदन पत्र तैयार कर द...